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अमेरिका ने Next Generation Inter Continental Balastic Missile का किया सफल परीक्षण

अमेरिकी वायु सेना ने नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन कॉरपोरेशन के सहयोग से एक उन्नत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है।

हाल ही में किए गए इस परीक्षण को मिसाइल कार्यक्रम के विकास में एक अहम चरण माना जा रहा है, जो इसे उत्पादन और तैनाती के करीब ले जाने में मदद करेगा। इसकी महत्ता को रेखांकित करते हुए अमेरिकी वायु सेना के ICBM कार्यक्रम अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल विलियम रॉजर्स ने कहा कि यह परीक्षण राष्ट्र की रणनीतिक आधुनिकीकरण योजनाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

“हम अपने परमाणु त्रय (न्यूक्लियर ट्रायड) को मजबूत कर रहे हैं,” जनरल रॉजर्स ने नवभारत टाइम्स के साथ एक साक्षात्कार में कहा।

नई अमेरिकी बैलिस्टिक मिसाइल का महत्व

यह परीक्षण मिनिटमैन III ICBM को बदलने के लिए विकसित की जा रही अत्याधुनिक LGM-35A सेंटिनल मिसाइल कार्यक्रम का हिस्सा है। यह नई मिसाइल अमेरिका की परमाणु त्रय की भूमि आधारित क्षमताओं को मजबूत करेगी और परमाणु प्रतिरोध (डिटेरेंस) को और प्रभावी बनाएगी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, LGM-35A सेंटिनल मिसाइल 5,500 किलोमीटर से अधिक की रेंज तक मार करने में सक्षम है, जो अमेरिका की रणनीतिक रक्षा क्षमता को और मजबूत करती है।

ट्रंप ने कहा— जो नाटो देश रक्षा खर्च में योगदान नहीं देंगे, उन्हें अमेरिका सुरक्षा नहीं देगा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर नाटो देशों के रक्षा खर्च को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने संकेत दिया कि जो सदस्य देश अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर रहे हैं, अमेरिका उनकी रक्षा करने के लिए बाध्य नहीं होगा।

ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने अपनी पुरानी स्थिति दोहराई:

“मैंने उनसे कहा था, ‘अगर आप भुगतान नहीं करेंगे, तो हम रक्षा नहीं करेंगे।’ मैंने यह सात साल पहले कहा था, और इसके कारण उन्होंने सैकड़ों अरब डॉलर का भुगतान किया है।”

ट्रंप के ये बयान नाटो संधि के अनुच्छेद 5 की मूल अवधारणा को चुनौती देते हैं, जिसमें कहा गया है कि किसी एक सदस्य देश पर हमला पूरे संगठन पर हमला माना जाएगा। अब तक, यह अनुच्छेद केवल एक बार, 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमलों के बादलागू किया गया था।

 क्या है LGM-30 Minuteman ?

LGM-30 Minuteman एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका की वायु सेना द्वारा विकसित और संचालित किया जाता है। यह एक ठोस-ईंधन (solid-fueled) वाली मिसाइल है, जिसे तेजी से तैनाती और परमाणु प्रतिरोध (nuclear deterrence) के लिए डिज़ाइन किया गया है। Minuteman III (LGM-30G) इसका एकमात्र सक्रिय संस्करण है और यह अमेरिका की परमाणु त्रयी (nuclear triad) के भूमि-आधारित भाग का निर्माण करता है, जिसमें पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइलें (SLBMs) और रणनीतिक बमवर्षक (strategic bombers) भी शामिल हैं।

“LGM” में “L” अमेरिकी रक्षा विभाग (Department of Defense) की संज्ञा में साइलो-लॉन्च (silo-launched) के लिए उपयोग किया जाता है; “G” का अर्थ है सतह पर हमला (surface attack); और “M” का मतलब है निर्देशित मिसाइल (guided missile)।

केप केनेवरल में लॉन्च पैड पर मिनटमैन I मिसाइल, 1960

मुख्य तथ्य:

प्रकार: अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM)

देश: संयुक्त राज्य अमेरिका

निर्माता: बोइंग (Boeing)

परिचय: 1962 (Minuteman I), Minuteman III 1970 में सेवा में आया

वारहेड: कई MIRVs (मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल) ले जा सकता है, जिनमें आमतौर पर W78 या W87 परमाणु वारहेड होते हैं

मार्गदूरी (रेंज): ~13,000 किमी (8,100 मील)

गति: ~24,000 किमी/घंटा (15,000 मील/घंटा)

लॉन्च प्लेटफॉर्म: साइलो-आधारित (Silo-based)

वर्तमान स्थिति: सक्रिय (Minuteman III), जिसे 2030 के दशक में LGM-35 Sentinel द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा

Minuteman III दुनिया की सबसे लंबे समय तक सेवा में रहने वाली ICBM है और यह अमेरिका की परमाणु प्रतिरोध प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनी हुई है। इसकी विश्वसनीयता और प्रभावशीलता बनाए रखने के लिए इसे समय-समय पर आधुनिकीकृत किया जाता है, जब तक कि इसे Sentinel मिसाइल द्वारा प्रतिस्थापित नहीं किया जाता।

क्या है LGM-35A Inter Continental Balastic Missile ?

LGM-35A सेंटिनल एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जिसे परमाणु प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने और राष्ट्रीय रक्षा को मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, साथ ही यह सहयोगी देशों की सुरक्षा में भी योगदान देता है। इसे विकसित करने के प्रारंभिक चरण में “ग्राउंड-बेस्ड स्ट्रैटेजिक डिटरेंट” (GBSD) के रूप में जाना जाता था। यह वर्तमान में उपयोग में रही LGM-30 मिनटमैन III मिसाइल की जगह लेगी, जो पिछले 40 से अधिक वर्षों से परिचालन में है।

सेंटिनल, अमेरिका की परमाणु त्रय (न्यूक्लियर ट्रायड) की भूमि-आधारित शाखा के रूप में कार्य करता है और देश की समग्र परमाणु रक्षा रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। परमाणु त्रय तीन प्रमुख घटकों से मिलकर बना है:

समुद्री शाखा: ओहायो-क्लास बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियां (SSBN)

हवाई शाखा: B-52H स्ट्रेटोफोर्ट्रेस और B-2A स्पिरिट (स्टील्थ बॉम्बर्स)

स्थलीय शाखा: LGM-30G मिनटमैन III (ICBM)

GBSD कार्यक्रम पूरा होने के बाद, मिनटमैन III को सेंटिनल से प्रतिस्थापित कर दिया जाएगा। आने वाले दशकों में परमाणु त्रय के अन्य घटकों को भी अपग्रेड करने या बदलने की योजना है।

सेंटिनल का मुख्य कार्य परमाणु प्रतिरोध (न्यूक्लियर डिटरेंस) प्रदान करना है। चूंकि वैश्विक विरोधी देश तेजी से अपनी परमाणु क्षमताओं का आधुनिकीकरण और विस्तार कर रहे हैं, इसलिए सेंटिनल का विकास अमेरिकी सैन्य वर्चस्व बनाए रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

 

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