पूर्व मुंबई क्रिकेटर पद्माकर शिवालकर का 3 मार्च (सोमवार) को 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बाएं हाथ के स्पिनर शिवालकर ने मुंबई का प्रतिनिधित्व दो दशकों तक किया, लेकिन उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिला। उनका करियर बाएं हाथ के स्पिनर बिशन सिंह बेदी के दौर में रहा, जो आगे चलकर भारत की गेंदबाजी आक्रमण के महत्वपूर्ण स्तंभ बने।
शिवालकर, जिनका उल्लेख बिशन सिंह बेदी ने अपनी किताब Idols में किया है, ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर की शुरुआत 1961/62 सीजन में 21 साल की उम्र में की थी।
उन्होंने 1987/88 सीजन तक 47 वर्ष की आयु तक मुंबई के लिए खेला। अपने करियर में उन्होंने 124 प्रथम श्रेणी मैचों में भाग लिया और 589 विकेट चटकाए, जिसमें 42 बार पांच विकेट लेने और 13 बार दस विकेट लेने के कारनामे शामिल हैं। रणजी ट्रॉफी 1972/73 सीजन के फाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ उन्होंने 8 रन देकर 16 विकेट और 5 रन देकर 18 विकेट लिए, जिससे मुंबई ने लगातार 15वां खिताब अपने नाम किया।
IMAGE: Padmakar Shivalkar was presented the C K Nayudu Lifetime Achievement Award by former India and Mumbai captain Ajit Wadekar, at the BCCI Annual Awards in Bengaluru, on March 8, 2017. Photograph: BCCI
घरेलू क्रिकेट के इस दिग्गज को 2017 में सी.के. नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
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